Thursday, December 13, 2018

भारतीय समाज में विवाह का महत्व एवं विभिन्न प्रकार Importance of Marriage


हमारे समज में विवाह को सोलह संस्कारों में से एक सबसे अनोखा संस्कार माना गया है|  जिसे हिन्दू विवाह के नाम से जाना जाता है| विवाह एक प्रेम का बंधन है जिसमे एक लड़का और लड़की आपस में बध जाते है | प्यार या प्रेम एक ऐसा एहसास है जिसे हम केवल महसूस कर सकते है| यह स्नेह , ख़ुशी, दया, भावना  इन सब का मिश्रण है|  यह एक ऐसामज़बूत आकर्षण होता है जिससे  हम चाह कर भी अलग नहीं हो सकते है|  यदि हम किसी भी इंसान या जानवर के प्रति स्नेहपूर्वक  कार्य करे, उसकी खुसियो का ध्यान रखे, उसकी इच्छाओ को पूरी करने की कोशिश करने या जताने को ही प्यार या प्रेम कहते है| 

विवाह के प्रकार (Types of Marriages)

  • ब्रह्म विवाह
  • दैव विवाह
  • आर्श विवाह
  • प्रजापत्य विवाह
  • गंधर्व विवाह
  • असुर विवाह
  • राक्षस विवाह
  • पैशाच विवाह
विवाह का महत्व :- (Importance of marriage):- 

विवाह होना या करना कोई  आवश्यक नहीं  है लेकिन माना जाता है कि बिना विवाह के जीवन अधूरा होता है।विवाह मानव-समाज की एक महत्वपूर्ण प्रथा है जिसे हर व्यक्ति को बड़े ही सम्मान पूर्वक  निभाना चाहिए।     

आधुनिक विवाह के प्रकार (Types of Modern Marriages)

आज कल विवाह को कई प्रकार से मनाया जाता है। क्युकि आज कल जाति, धर्म, गरीबी, अमीरी ये सब में कोई ध्यान नहीं देता है कोई भी किसी से उसकी इच्छा अनुसार विवाह कर सकता है ।

प्रेम विवाह (love Marriage)

विवाह तो कोई भी अच्छा होता है चाहे वो प्रेम विवाह हो या नहीं बस अप्प जिस भी व्यक्ति से विवाह करना चाहते है उसमे वो सरे गुण होना चाहिए जिससे कि वो परिवार को बहुत ही आसानी से सभाल सके।

माता पिता द्वारा तय किया गया विवाह (Arranged Marriage)   

मानव समाज में विवाह एक आवश्यक सामाजिक परम्परा है। जो हर एक माता पिता का फर्ज है कि अपने बच्चो का विवाह एक अच्छे लड़की / लड़का से करे । इसलिए जीवन में एक सही साथी होना बड़ी ही गर्व की बात होती है क्युकि  हर किसी के किस्मत में यह सभव नहीं होता कि उसका जीवन साथी उसके ही विचारो के अनुसार रहे 

अदालत की शादी  (court marriage)

किसी से प्रेम करके उससे विवाह करना ही सबसे अच्छी बात होती है फिर चाहे वो अदालत की शादी  ही क्यों न हो  आज के समय में बहुत से लोग अदालत की शादी (court marriage) करते है क्यों की यह बहुत सरल और कम समय में होने वाला विवाह है  अदालत की शादी करने के लिए हमें किसी अच्छे वकील (best court marriage lawyer) से सलाह लेनी चाहिए कयोकि वकील हमें पुर्ण जानकारी देते है और अदालत की शादी  की पूरी प्रक्रिया बताते है कि कैसे हम शादी का आवेदन करे (registration of court marriage)    






Tuesday, November 27, 2018

हिन्दू विवाह के लिए कुछ शर्तें (Some conditions for Hindu marriage)


भारत एक हिन्दुओ का देश है लेकिन आज के समय में सभी जाति और धर्म के लोग भारत में रहते है| हम बात कर रहे है हिन्दू विवाह अधिनियम कि जो १९९५ में लागु लिया गया था
| लेकिन यह एक्ट को जम्मू और कश्मीर में लागू नहीं किया गया था| जम्मू और कश्मीर राज्य के सिवाय भारत के समस्त राज्य में इस एक्ट को लागू किया गया था|

हिन्दू विवाह के लिए कुछ शर्तें:- 
  • लड़का और लड़की किसी के भी पति और पत्नी जीवित न हो 
  • विवाह के समय दोनों की तरफ से कोई आपत्ति न हो
  • लड़की की आयु १८ से ऊपर और लड़के की २२ से ऊपर होनी चाहिए 
  • दोनो मे से किसी एक को भारत का निवासी होना चाहिए 
  • किसी भी प्रकार के मानसिक रूप से सग्रस्त न हो
विवाह दो लोगों के बीच एक सामाजिक और धार्मिक मिलन है| अगर आप किसी अन्य समाज के लड़की या लड़के से साथ शादी करना चहिते है| लेकिन आपका परिवार इस विवाह से सहमत नहीं है तो आप अदालत की शादी (court marriage) कर सकते है यह सबसे अच्छा विकल्प है| किसी भी अच्छे वकील (court marriage lawyer)से सलाह ले जिसे अदालत की शादी की पूर्ण जानकारी हो| उसके मदद से आप अदालत में शादी (court marriage) कर  सकते है|

Tuesday, November 20, 2018

मानव-समाज में विवाह का महत्व (Importance of marriage in human beings)


मानव-समाज में विवाह एक बहुत ही बड़ा रिस्ता माना गया है | यह केवल दो लोगो का अपस में मिलन नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन होता है | कहा जाता है की पुराने समय में विवाह की कोई प्रथा नहीं थी न ही कोई इसे जनता था |  स्त्री पुरुष को साथ रहने की पूरी स्वतंत्रता थी लेकिन आज के समय में भारत देश में विवाह को धार्मिक बंधन एवं कर्तव्य समझा जाता है | कहा जाता है की पुराने समय में यानी की वैदिक युग में यज्ञ करना प्रत्येक व्यक्ति के लिए अनिवार्य था इसीलिए अत्यधिक लोग विवाह करते थे |  लेकिन आज के समय में ऐस करना कोई नहीं अनिवार्य है |

शादी के विभिन्न पक्ष (Different sides of marriage):- 


हर कोई शादी करना और अपना घर बसाना चाहता है | अगर वयक्तित्व दृष्टि से देखा जाये तो शादी लड़की लड़के की समझदारी, दोनों के सुख, विकास, सहयोग, प्रेम, और निःस्वार्थ त्याग को वैवाहिक जीवन कहा जाता है | शादी के तीन (३) बहुत महत्वपूर्ण पक्ष है|
  • विवाह का आर्थिक पक्ष
  • कानूनी या विधिक पक्ष
  • समाजिक और नैतिक पक्ष

वैवाहिक विधियाँ (Matrimonial methods):- 

भारत में कई समाजो के लोग रहते है जिसमे विवाह और संस्कार कुछ अलग-अलग है | हर समाज में अलग-अलग तरह से पति-पत्नी बनने की घोषणा करते है | लेकिन आज के आधुनिक जीवन में विवाह को अपने ख़ुशी के लिए करते है | अब बहुत ही कम रीती रिवाजो का पालन होता है बहुत से लोग अदालत की शादी (court marriage)को सबसे अच्छा मानते है

विवाह की अवधि (Maturity of marriage):- 


आज के समय में मानव समाज अपनी सफलता में इतना ब्यस्त हो गया है की अब कोई विवाह की अवधि नहीं रही है कोई कभी भी विवाह कर सकता है वैसे तो कानूनन विवाह की अवधि लड़की की १८ वर्ष से ऊपर और लड़के की २२ वर्ष से ऊपर होनी चाहिए | 

कानूनन विवाह (Legal marriage):-


आज के समय में विवाह का पंजीकरण (Marriage Registration) करना बहुत ही जरुरी है बहुत से लोग अदालत कि शादी (court marriage) करते है तो अगर किसी को भी यह विवाह करना है तो किसी भी अच्छे वकील (court marriage lawyer) से सम्पर्क करे और उससे इस विषय में चर्चा करे वकील आपको को पूरी जानकारी ले (complete process of court marriage) कि किस प्रकार से विवाह का पंजीकरण (Register Marriage Procedure) तथा अदालत कि शादी (court marriage) होती है|

अधिक जानकारी के लिए इसे पढ़े:- 
https://www.apsense.com/article/role-of-a-witness-in-court-marriage.html

Wednesday, November 14, 2018

लोग अदालत की शादी (Court Marriage) क्यों करते हैं?


विवाह एक ऐसा रिश्ता है जिसे हमारे हिन्दू धर्म में सबसे मजबूत और अटूट माना गया है| विवाह दो लोगों का सामाजिक और कानूनी मिलान है जिसे लोग बड़े धूम धाम से मनाते है| भारत देश में  विवाह कई प्रकार से मनाया जाता है क्युकी भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है| इसीलिए यहाँ पे विभिन्न धर्मो और रीती रिवाजो के लोग रहते है. यहाँ पर शादी  विभिन्न  प्रकार से मनाई जाती है|

अगर हम बात करे अदालत की शादी (court marriage) की, तो यह पुरे देश में एक समान होती है और यह विवाह कानून के नजर में होती है| आजकल यह बहुत चलन में है और इसे बहुत से लोग अपनाते है| अगर देखा जाये तो हमारे देश के वही लोग अदालत की शादी (court marriage) का उपयोग करते जो किसी दूसरी जाती के लड़की या लड़के से प्रेम करते है| क्युकी अभी भी हमारे देश में जातिवाद बहुत चलता है और कुछ समाज के लोग इस तरह के रिस्ते को अपनाते नहीं है| इसीलिए दूसरी जाती से प्रेम करने वाले लोग फिर अदालत की शादी (court marriage) का उपयोग करते है|

भारत एक स्वत्रन्त्र देश है यहाँ किसी को भी किसी से प्यार करने का अधिकार है| अगर किसी को भी समाज यह उसके परिवार के लोग अलग जाती के विवाह रे रोकते है तो वे अदालत की शादी (court marriage) का उपयोग करके अपना जीवन एक दूसरे के साथ जी सकते है| किसी भी अच्छे वकील (court marriage lawyer) से संपर्क करे और उससे अपने जीवन के बारे में राय ले| ये बहुत ही मुश्किल समय होता है जब हमें अपने जीवन और परिवार दोनों के बारे में निर्णय लेना होता है| वकीलों के पास बहुत से रास्ते होते जिनसे कोई भी क़ानून के दायरे में रह कर विवाह कर सकता है| वे आपको अदालत की शादी (court marriage) की प्रक्रिया (complete process ofcourt marriage) के बारे में अच्छा सुझाव देंगे|


Saturday, November 3, 2018

Why you Need Court Marriage Registration


Marriage is the dream of a human being. But nowadays most of the people are doing the court marriage because it is very easy and low budget marriage. Supreme Court ordered in 2006 that marriage certificate is very important. In spite of being required legally, marriage is registered by people when they have to apply for the visa because most of the educated people even uneducated people don’t give Priority to the registration of marriage. Though it is very necessary and easy to make.

The marriage certificate is an official proof that two people are tied to marriage with each other. India is a Secular country here anyone can marriage to any religion. In India registration of weddings under 2 Acts- first Hindu Marriage Act 1955 and second Special Marriage Act, 1954.

Benefits of Court Marriage in India


  • According to Indian law, it is the legal proof of your marriage.
  • Court Marriage certificate will help if you don’t want to change your surname after marriage.
  • Helpful for Joint bank account and life insurance.
  • Helpful for taking a loan from the national bank.
  • If the spouse is in government jobs, then they both can use government facility which is provided by the government.
If you are married or you want to get court marriage registration then hire best court marriage lawyer. They will provide you Marriage certificate related full information because it is very important in life.